पृष्ठ संख्या 10 - 20
✏️ जयशंकर प्रसाद
📗 विनोद : परिहास, मन बहलावा।
📗 फुहारा : फुहार अथवा हल्की वर्षा छोड़ने वाला
उपकरण।
📗 निकम्मा : किसी भी काम का न होना।
📗 दंग रह जाना : आश्चर्यचकित रह जाना।
📗 बोटानिकल : वनस्पति संबंधी।
📗 चारखाना : वह वस्त्र जिसमें रंगीन धारियों के
चौखूट खाने बने हों।
📗 क्रुद्ध : क्रोघ से भरा हुआ।
📗 बड़ा दिन : क्रिसमस।
📗 घड़ी समीप होना : मृत्यु का समय पास आना।
📗 कलनाद : मधुर शब्द।
📗 विषाद : दु:ख, वेदना।
📗 अभाव : गरीबी, आर्थिक विपन्नता।
📗 प्रगल्भता : नि: संकोच बात करने का भाव।
📗 तिरस्कार : अपमान, भर्त्सना।
📗 नौ दो ग्यारह होना : भाग जाना।
📗 उद्यान : बाग, बगीचा।
📗 मस्तानी : मस्ती भरी।
📗 वाचालता : अधिक बात करने का भाव।
📗 चिथड़ा : फटा कपड़ा।
📗 स्फूर्तिमान : उत्साहित, आनन्दित।
📗 अपने पांवों पर खड़ा होना : स्वावलंबी बनना।
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